गुरुवार, 27 जून 2019

मात्रिक छंद विधान

१. दोहा :- दो पद प्रत्येक पद २४ मात्रा।
    चरण : चार चरण -१-३ में १३ मात्रा
                            २-४ में ११ मात्रा।
   तुकांत :- पदांत में।
विषम चरण :- ४ ४ २१२/ ३ ३ २ २१२
सम चरण :- ३ ३ २ २१/ ४ ४ २१

२. रोला :- चार पद प्रत्येक पद २४ मात्रा।
    चरण : आठ चरण -१-३-५-७ में ११ मात्रा
                            २-४-६-८ में १३ मात्रा।
   तुकांत :- क्रमशः दो दो पद  में।
विषम चरण :- ३ ३ २ २१/ ४ ४ २१
सम चरण :- २ १ २ ४ ४

३. कुण्डलिया :- छह पद
प्रथम दो पद दोहा
शेष चार पद में दो रोला
तीसरा पंक्ति के प्रारंभिक चरण द्वितीय पंक्ति का अंतिम चरण।
पाँचवा पंक्ति के प्रारंभिक चरण  में कवि के नाम सहित कथन।

४. चौपाई :- दो पद चार चरण
प्रत्येक चरण में १६ मात्रा
क्रमशः दो चरण में तुकांत।
विधान :- २२ २ २ २ २  २ २

५. रूपमाला छंद! शंभु शिखर
चार चरण /चार पंक्ति
प्रति चरण /प्रति पंक्ति 24 मात्रा
प्रति चरण १४ पर यति १० पर विराम
२१२-२-२-२१२,२१-२-२-२१।×४

६. सोरठा :- दो पद प्रत्येक पद २४ मात्रा।
    चरण : चार  चरण  -१-३ में ११ मात्रा
     (दोहा के विपरीत) २-४ में १३ मात्रा।
   तुकांत :- १-३ चरण के अंत में
विषम चरण :- ३ ३ २ २१/ ४ ४ २१
सम चरण :- ४ ४ २१२/ ३ ३ २ २१२

७. उल्लाला छंद(चंद्रमणि छंद)
1. विधान :- दो पद , चार चरण ,
प्रति चरण १३ मात्रा ,
दोहा के विषम चरण का नियम लागू।
पदांत में तुकांत।

2. पद - दो पद
    चरण - चार
    यति - 13-13
    तुकांत - 1 और 2 चरण / तीसरा और चौथा चरण
     मात्रा - प्रत्येक चरण में 13 मात्रा।।

3. पद - दो पद
    चरण - चार
    यति - 15-13
    तुकांत - सम सम चरणों मे मतलब पदांत मे।
     मात्रा - विषम चरण में 15 एवं सम चरण में 13 मात्रा।।

८. सार छंद!!
    पद - दो
    चरण - चार
    विषम चरण - 16 मात्रा (चौपाई का नियम)
    सम चरण 12 मात्रा चरणांत २२ से।
    यति -16 -12
    तुकांत - सम सम चरण मतलब पदांत मे

९. कुकुभ छंद
चार पद ,चार चरण प्रति चरण ३०,
१६ , १४ पर यति
क्रमशः दो दो चरण समतुकांत

१०. सरसी छंद
दो पद प्रत्येक पद २७ मात्रा।
    चरण : चार चरण -१-३ में १६ मात्रा
(चौपाई के नियम लागू)
                            २-४ में ११ मात्रा।
(दोहा के सम चरण के नियम लागू)
   तुकांत :- पदांत में।

११. छन्न पकैया छंद
२ पद ४ चरण
विषम चरण १६ मात्रा
समचरण १२ मात्रा अंत दो गुरु (वास्तविक/आभासी)
(१)छन्न पकैया छन्न पकैया , (२) ४ ४ २ २।
        (३)   ३ ५ ३ ५ , (४)    ४ ४ २ २॥

१२. छप्पय छंद
प्रथम चार पद रोला तथा अंतिम दो पद उल्लाला।
कुल छह पद! विधान रोला व उल्लाला अनुसार।

१३. आल्हा छंद

१६-१५।
१६-१५॥

पहला व तीसरा चरण चौपाई विधान में तथा दूसरा व चौथा चरण में ४+४+४+३(२१)
पदांत समतुकांत

१४. लावणी छंद

16 , 14।
16 , 14।।

1-3 चरण चौपाई के समान।
2-4 चरण 14 मात्रा नियम चौपाई के समान।
चार चरण। दो पद। पदांत में समतुकांत।

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