शनिवार, 3 सितंबर 2016

कविता

कविता कवि ह्रदय की व्यथा , मन से उदधृत कथा, मानस मूल का प्रचार, वाणी रूप में विचार, जो अनेक भावो का, यात्रा कराती है , कवि की कविता कहाती है। ये प्रकृति के कण कण में, जीवन के क्षण क्षण में, नगर शहर घन वन में, सबके मन को भाती है , कवि की कविता कहाती है। विरेन्द्र साहू राजीम छ. ग.॥

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